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मुख्यसेवक धामी के निर्देश पर प्रदेश में शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी की गई 1.35 करोड़ की धनराशि

संवेदनशील धामी : शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

जरूरतमंदों का अपना मुख्यमंत्री : शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि
साधारण धामी को बेसहारा व जरूरतमंद की चिंता शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

जिलाधिकारियों को धामी के निर्देश: बेसहारा लोगो को आवश्यकतानुसार गर्म कंबल व कपड़ों की व्यवस्था सुनिश्चित करे

मुख्यमंत्री धामी बेसहारा एवं बेघर लोगों का सहारा : प्रदेश में शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी की गई 1.35 करोड़ की धनराशि

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बेसहारा एवं बेघर लोगों को सर्दी से बचाव की कारगर व्यवस्था के अधिकारियों को दिए थे निर्देश, जारी हुई,1.35 करोड़ की धनराशि

धामी जी ने पहले सर्द रात में लिया था क्षेत्र का जायजा , जरूरतमंद को दिए थे कंबल , अब शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

बेसहारा एवं बेघर लोगों को सहारा पुष्कर धामी, शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी की गई 1.35 करोड़ की धनराशि

मुख्यसेवक धामी के निर्देश पर प्रदेश में शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी की गई 1.35 करोड़ की धनराशि

जिलाधिकारियों को धामी के निर्देश: बेसहारा लोगो को आवश्यकतानुसार गर्म कंबल व कपड़ों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए

धामी ने पहले सर्द रात में लिया था क्षेत्र का जायजा , जरूरतमंदों को वितरण किये थे कंबल , और अब शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

संवेदनशील धामी : शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

जरूरतमंदों का अपना मुख्यमंत्री : शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

साधारण धामी को बेसहारा व जरूरतमंद की चिंता शीत लहर के प्रकोप से बचाव हेतु जारी करवा दी 1.35 करोड़ की धनराशि

मुख्यमंत्री धामी ने पिछले मंगलवार को देर सायं देहरादून शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण के साथ आईएसबीटी के समीप स्थित मलिन बस्ती में रह रहे लोगो का हालचाल जाना था तथा वहां की व्यवस्थाओं को परखा तथा लोगों को कंबल आदि वितरित किये थे

उस दिन मुख्यमंत्री धामी ने सभी जिलाधिकारियों एवं नगर आयुक्तों को प्रदेश में बेसहारा एवं बेघर लोगों को सर्दी से बचाव की कारगर व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने तहसील एवं विकासखण्ड स्तर पर यह व्यवस्था बनाये जाने को भी कहा था। इसके लिए उपजिलाधिकारियों को जिम्मेदारी दिये जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को दिये। उन्होंने जिलाधिकारियों को इस कार्य को मानवता की सेवा के भाव से सुनिश्चित किये जाने को कहा। उन्होंने जन सेवा के इस कार्य में आम जन का भी सहयोग लेने को भी कहा।

मुख्यमंत्री ने सर्दी के मौसम में विभिन्न स्थलों पर अलाव की व्यवस्था के साथ बेसहारा लोगो को आवश्यकतानुसार गर्म कंबल व कपड़ों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए

मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा द्वारा प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को 1.35 करोड़ की धनराशि जारी की गई है। डॉ. सिन्हा द्वारा इस सम्बन्ध में निर्गत शासनादेश में जिलाधिकारियों से अपेक्षा की है कि राज्य में शीतलहर के प्रकोप से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने तथा निःशुल्क कम्बल वितरण, रैनबसेरों में व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने हेतु इस धनराशि का उपयोग किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस संबंध में जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा शीतलहर के प्रकोप से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने तथा निशुल्क कम्बल वितरण, रेनबसेरों में व्यवस्थाएं सुनिश्चित किये जाने हेतु रू. 15.00 लाख की धनराशि आवंटित किये जाने का अनुरोध किया गया था।

इसी क्रम में राज्य में शीतलहर के प्रकोप से बचाव हेतु सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने तथा निःशुल्क कम्बल वितरण, रैनबसेरों में व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने के सम्बन्ध में राज्य आपदा मोचन निधि मद के रिस्पॉन्स और रिलीफ मद से रू. 01 करोड़ 35 लाख की धनराशि सभी जिलाधिकारियों को स्वीकृत की गई है। जिसमें जनपद पौड़ी को 15 लाख तथा जनपदों को 10-10 लाख की धनराशि शामिल है।

उन्होंने स्पष्ट किया है कि शीतलहर के दौरान निराश्रित एवं असहाय / गृहविहीन व्यक्तियों को ठण्ड के प्रकोप से बचाने हेतु निःशुल्क वितरण सार्वजनिक स्थानों जैसे- धर्मशाला, रैनबसेरा, मुसाफिर खाना, पड़ाव, सराय, चौराहा, रेल एवं बस स्टेशनों आदि पर अलाव जलाने की व्यवस्था के सम्बन्ध में भारत सरकार, गृह मंत्रालय एवं राज्य सरकार के पूर्व में निर्गत दिशा निर्देशों का भी अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।

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